Here are the collection of some Gujarati Sher written on 29th of May, 2016.
1)
ह्दयनी वराळ थईने नीकळे छे,
आंसू एवी राड थईने नीकळे छे ।
- प्रतिक
2)
शुं समजावुं दुनियाने शुं कहुं केम केवी छे ?
जिंदगी तारा विना बस बददुआ जेवी छे ।
- प्रतिक
3)
थोडीक तारी याद ने थोडाक मारा आंसू,
रोज सांजे आवे छे आंखोमां चोमासु ।
- प्रतिक
4)
शुं कहु के तारा विना मने केवुं लागे छे ?
बस दरेक श्वासे दरेक वाते लागी आवे छे ।
- प्रतिक
5)
एक श्वास जेटलुं पण जीवी नथी शकती,
तने भूलवानी ईच्छा टकी नथी शकती ।
- प्रतिक
6)
मारी शायरी एटले बीजुं कशुं पण नथी,
तारा माटे बेफाम रडवानी कळा सिवाय ।
- प्रतिक
7)
थोडुक तो दयानुं हवे नाम रहेवा दे,
मने तारा प्रेममां बदनाम रहेवा दे ।
- प्रतिक
8)
मारा तमाम दरदनी दवा तु,
हुं श्वास खरो पण हवा तु ।
- प्रतिक
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